The 2-Minute Rule for सफेद मूसली के लाभ



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इसके अंकुर में पाया जाने वाला सैपोनिन एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक है। जो कामोत्तेजक, बुढ़ापा रोधी, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला होता है जड़ों में पाए जाने वाला स्टेरायडल और ट्राइटरपेनोइड सैपोनिन-रासायनिक यौगिक चिकित्सीय स्थानों में प्रयोग किये जाते है।

मूसली को जमीन से खोदने का सर्वाधिक उपयुक्त समय नवम्बर के बाद का होता है। जब तक मूसली का छिलका कठोर न हो जाए तथा इसका सफेद रंग बदलकर गहरा भूरा न हो तब तक जमीन से नहीं निकालें। मूसली को उखाडने का समय फरवरी के अंत तक है।

कुछ लोगों की पाचन क्षमता कमजोर होती है। वह इसको कम मात्रा में ले सकते है और भूख बढ़ाने के लिए यकृत पर कार्यों करने वाली और भूख बढ़ाने वाली दवाओं के साथ इसका प्रयोग कर सकते है। ऐसे मरीजो में सफेद मूसली १ ग्राम दुध के साथ सुबह और शाम और त्रिकुट २५० मिलीग्राम सुबह और शाम शहद के साथ लिया जा सकता है।

मूसली की विभिन्न प्रजातियाँ पाई जाती हैं जैसे-क्लोरोफाइटम बोरिविलिएनम, क्लोराफाइटम ट्यूबरोजम, क्लोरोफाइटम अरुन्डीनेशियम, क्लोरोफाइटम एटेनुएटम, क्लोरोफाइटम ब्रीविस्केपम आदि, परन्तु मध्यप्रदेश के जंगलों में अधिकांशत- उपलब्धता क्लोरोफाइटम बोरिविलिएनम तथा ट्यूबरोज़म की ही है। इन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि ट्यूबरोज़म में क्राउन के साथ एक धागा जैसा लगा होता है तथा उसके उपरांत इसकी मोटाई बढ़ती है, जबकि बोरिविलिएनम में कंद के फिंगर की मोटाई ऊपर ज्यादा होती है या तो पूरी फिंगर की मोटाई एक जैसी रहती है अथवा यह नीचे की ओर घटती जाती है। चूँकि ट्यूबरोज़म के संदर्भ में छिलका उतारना कठिन होता है अत: यह खेती के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती अस्तु अधिकांशत: क्लोरोफाइटम बोरिविलिएनम की ही खेती की जाती है।

हालांकि इसकी खुराक व्यक्ति की उम्र, लिंग और रोग के आधार पर तय की जाती है इसलिए चिकित्सक द्वारा निर्धारित खुराक के अनुसार ही सेवन करें। इस लेख में आयुर्वेदिक चिकित्सक ‘डॉ.

मूसली पुरूषों के यौन रोगों के उपचार में है उपयोगी

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इसलिए अपनी डाइट में काले चावल को जरूर शामिल करें.

बेहतर परिणाम के लिए उपभोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें क्योंकि सफ़ेद मूसली एक विषय है जो कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन या एफडीए द्वारा पारित नहीं किया गया है।

आयुर्वेद में कई प्रकार की बिमारियों का इलाज करने के लिए सफ़ेद मुसली इस्तेमाल की जाती है। स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में यह उपयोग में लायी जाती है। बीमारियां खत्म करना हो या सेक्स क्षमता बढ़ाना हो इसमें सफेद मूसली फायदा पहुँचाती है।

आर्टिकल के इस हिस्से में जानते हैं कि सफेद मूसली कहां से खरीद सकते हैं।

सेक्स के दौरान लिंग में उत्तेजना या तनाव की कमी होना इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या कहलाती है। स्ट्रेस, डिप्रेशन या किसी दीर्घकालिक बीमारी की वजह से यह समस्या किसी को भी हो सकती है। सफेद मूसली सेक्स की इच्छा को बढ़ाती है साथ ही यह इरेक्टाइल डिसफंक्शन check here की समस्या को भी ठीक करने में मदद करती है। अक्सर डायबिटीज या अन्य किसी बीमारी के कारण इरेक्टाइल डिसफंक्शन का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में सफ़ेद मूसली के सेवन से आप इस खतरे को प्रभावी तरीके से रोक सकते हैं।

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